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रविवार, 12 अगस्त 2018

सच्ची प्रार्थना का प्रभाव

सच्ची प्रार्थना का प्रभाव

  • I
  • ईमानदारी से चलो,
  • और प्रार्थना करो कि तुम अपने दिल में बैठे,
  • गहरे छल से छुटकारा पाओगे।
  • प्रार्थना करो, खुद को शुद्ध करने के लिए;
  • प्रार्थना करो, परमेश्वर का स्पर्श महसूस करो।
  • तब तुम्हारा स्वभाव बदल जायेगा।
  • मनुष्य का स्वभाव प्रार्थना से बदलता है।
  • जितना अधिक आत्मा स्पर्श करे, उतना ही वे मानेंगे,
  • अधिक सक्रिय वे हो जायेंगे।
  • और सच्ची प्रार्थना के कारण, उनके दिल धीरे-धीरे शुद्ध हो जाएंगे।
  • II
  • सच्चा आध्यात्मिक जीवन प्रार्थना का जीवन है।
  • एक जीवन जो कि परमेश्वर के स्पर्श के साथ है।
  • जब परमेश्वर तुम लोगों को छूता है,
  • इस तरह, तुम सब बदलते हो और तुम्हारा स्वभाव बदल सकता है।
  • मनुष्य का स्वभाव प्रार्थना से बदलता है।
  • जितना अधिक आत्मा स्पर्श करे, उतना ही वे मानेंगे,
  • अधिक सक्रिय वे हो जायेंगे।
  • और सच्ची प्रार्थना के कारण, उनके दिल धीरे-धीरे शुद्ध हो जाएंगे।
  • III
  • जब जीवन पर पवित्र आत्मा का स्पर्श ना हो,
  • तब जीवन धर्म से ज्यादा कुछ नहीं है।
  • लेकिन जब परमेश्वर करता है प्रकाशित और अक्सर छूता है तुम्हें,
  • तुम सब तब एक आध्यात्मिक जीवन जियोगे।
  • मनुष्य का स्वभाव प्रार्थना से बदलता है।
  • जितना अधिक आत्मा स्पर्श करे, उतना ही वे मानेंगे,
  • अधिक सक्रिय वे हो जायेंगे।
  • और सच्ची प्रार्थना के कारण, उनके दिल धीरे-धीरे शुद्ध हो जाएंगे,
  • सच्ची प्रार्थना से वे शुद्ध हो जाएंगे,
  • सच्ची प्रार्थना से वे शुद्ध हो जाएंगे।
  •  
  • "वचन देह में प्रकट होता है" से

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