ईसाई गीत | सिर्फ़ वही प्रवेश करेंगे अंतिम विश्राम में जो हो चुके हैं पवित्र
उतरी है आदम हव्वा से, लेकिन भविष्य की मानव जाति,
न होगी अधीन शैतान के अब, होगा उनका उद्धार और होंगे वे शुद्ध।
ये मानव जाति, गुज़र चुकी है दंड से,
ये मानव जाति, की जा चुकी है पवित्र।
ये अलग हैं उस प्राचीन वंश से, आदम हव्वा के प्राचीन वंश से,
ये अलग हैं उस प्राचीन वंश से, आदम हव्वा के प्राचीन वंश से,
इतने अलग कि मानो है एक, बिल्कुल नई जाति।
ये होंगे उनमें से जिन्हें किया है शैतान ने भ्रष्ट,
अटल होंगे परमेश्वर के अंतिम निर्णय में,
ये है वो अंतिम समूह, जो हैं परमेश्वर के संग,
कर सकता है प्रवेश अंतिम विश्राम में।
अंतिम दिनों के दंड में,
शुद्धिकरण की क्रिया में,
जो रहेगा अटल और अचल,
वो होंगे प्रवेश अंतिम विश्राम में।
ये मानव जाति, गुज़र चुकी है दंड से,
ये मानव जाति, की जा चुकी है पवित्र।
शुद्धिकरण की यही अंतिम क्रिया है, जिसके ज़रिए विश्राम में प्रवेश करते लोग,
हो जाएंगे आज़ाद शैतान की शक्ति से, और परमेश्वर करेगा उनको प्राप्त।
वो करेंगे प्रवेश अंतिम विश्राम में। वो करेंगे प्रवेश अंतिम विश्राम में,
हो जाएंगे आज़ाद शैतान की शक्ति से,
वो प्रवेश करेंगे अंतिम विश्राम में। वो करेंगे प्रवेश अंतिम विश्राम में।
"वचन देह में प्रकट होता है" से
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