परमेश्वर खोज रहा है उन्हें जो हैं प्यासे उसके प्रकटन के लिए
I
परमेश्वर खोजता है उन्हें जो चाहते हैं उसे,
जो उसके प्रकट होने की करते हैं लालसा।
परमेश्वर खोजता है उन्हें जो नहीं विरोध करते,
परमेश्वर खोजता है उन्हें जो हैं सक्षम,
वचनों को उसके सुनने में हैं सक्षम,
जो सौंपता है वो स्वीकारते हैं उसे
और अपना हृदय और देह पेश करते हैं उसे।
अगर डिगा नहीं सकता कुछ,
डिगा नहीं सकता कुछ समर्पण तेरा परमेश्वर के लिए,
देखेगा वो तुझे ऊपर से, देखेगा तुझे ऊपर से कृपा दृष्टि के साथ, ओ…
परमेश्वर अपना आशीष प्रदान करेगा तुझे, प्रदान करेगा तुझे!
II
अगर है तू ऐसा, जो है तो महान, इज्जतदार और जानकार,
फिर भी, स्वीकारता है तू उसका आदेश और आह्वान।
अगर तू ऐसा है जो है तो अमीर, जिसका करते सभी समर्थन,
फिर भी, स्वीकारता है तू उसका आदेश और आह्वान, हां।
अगर डिगा नहीं सकता कुछ,
डिगा नहीं सकता कुछ समर्पण तेरा परमेश्वर के लिए,
जो भी तू है करता वह होगा महत्वपूर्ण और धार्मिक, ओ …
परमेश्वर अपना आशीष प्रदान करेगा तुझे, प्रदान करेगा तुझे!
III
मगर, अस्वीकार कर परमेश्वर की पुकार
अपने रुतबे के लिए और अपने लक्ष्यों के लिए,
जो भी करेगा तू (तू जो भी करेगा) परमेश्वर से होगा शापित,
हाँ, जो भी करेगा तू (तू जो भी करेगा) परमेश्वर से होगा तिरस्कृत।
अगर डिगा नहीं सकता कुछ,
डिगा नहीं सकता कुछ समर्पण तेरा परमेश्वर के लिए,
जो भी तू है करता वह होगा महत्वपूर्ण और धार्मिक, ओ …
परमेश्वर अपना आशीष प्रदान करेगा तुझे, प्रदान करेगा तुझे!
परमेश्वर अपना आशीष प्रदान करेगा तुझे,
अपना आशीष प्रदान करेगा तुझे, (तुझे), (तुझे) …
"वचन देह में प्रकट होता है" से
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